रायपुर

Raajyotsav ka Shubhaarambh: इस बार राज्योत्सव एक नहीं बल्कि 4 नवंबर से मनाया जाएगा, इसी वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने ये फैसला लिया है

Raajyotsav ka Shubhaarambh: छत्तीसगढ़ सरकार ने इस बार दिवाली त्योहार के कारण राज्योत्सव का मुख्य आयोजन 4 से 6 नवंबर तक करने का फैसला किया है. राज्य स्तरीय महोत्सव एवं राज्य अलंकरण समारोह नवा रायपुर में एक साथ आयोजित किया जायेगा.....

रायपुर,Raajyotsav ka Shubhaarambh: छत्तीसगढ़ सरकार ने इस बार दिवाली त्योहार के कारण राज्योत्सव का मुख्य आयोजन 4 से 6 नवंबर तक करने का फैसला किया है. राज्य स्तरीय महोत्सव एवं राज्य अलंकरण समारोह नवा रायपुर में एक साथ आयोजित किया जायेगा। संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी. ने बताया कि यह समारोह 4 नवंबर 2024 को शुरू होगा और 6 नवंबर को समाप्त होगा.संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी.ने बताया कि राज्य स्तरीय राज्योत्सव का शुभारंभ नवा रायपुर स्थित राज्योत्सव मेला स्थल में चार नवंबर 2024 को होगा। जिसका समापन छह नवंबर 2024 को होगा। अंतिम दिवस समापन समारोह के दिन राज्य अलंकरण समारोह भी आयोजित किया जाएगा।

मेला स्थल की व्यवस्था के तहत कार्यक्रम स्थल का ले-आउट और स्टाल आवंटन एनआरडीए और सीएसआइडीसी द्वारा किया जाएगा। इसमें विभिन्न विभागों द्वारा शिल्पग्राम, वनोपज, हर्बल उत्पादों और सरकारी योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। राज्य अलंकरण समारोह के लिए संबंधित विभागों से पुरस्कार की सूची, चयनित व्यक्तियों का परिचय और सम्मान राशि की जानकारी मांगी गई है। यह जानकारी समय-सीमा में संस्कृति विभाग को दी जाएगी।

इन्हें यह मिली जिम्मेदारी

तीन दिवसीय राज्योत्सव समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की जाएगी। राज्योत्सव स्थल में मंच, पंडाल और सजावट का काम लोक निर्माण विभाग एवं सीएसआइडीसी के सहयोग से किया जाएगा। साथ ही, फूड कोर्ट, पार्किंग और स्टाल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।

मेला स्थल पर पेय जल, साफ-सफाई, चिकित्सा सहायता, पार्किंग और सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी एनआरडीए, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और नगर निगम रायपुर को दी गई है। आयोजन स्थल पर 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था ऊर्जा विभाग और एनआरडीए द्वारा की जाएगी। जिला मुख्यालयों में पांच नवंबर को एक दिवसीय जिला स्तरीय राज्योत्सव भी आयोजित किया जाएगा।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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